बेंगलुरु-मैसूरु हाईवे लिंक: MoS करंदलाजे ने NHAI और BDA से समन्वय की मांग की, आउट 4040 एकड़ में..!

By akhilesh Roy

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बेंगलुरु-मैसूरु हाईवे को MAR से जोड़ने की मांग: MoS करंदलाजे का आग्रह

कर्नाटक में Bengaluru-Mysuru Highway को प्रमुख आर्टेरियल रोड (MAR) से जोड़ने की जरूरत पर जोर देते हुए, केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने NHAI अधिकारियों से अपील की है। यह highway NH-275 है, जो बेंगलुरु से मैसूरु तक जाता है, और MAR 11 किलोमीटर लंबा रोड है जो मैसूरु रोड को मगड़ी रोड से जोड़ता है। मंत्री ने NHAI और BDA के बीच संयुक्त inspection की मांग की ताकि दोनों सड़कों का एकीकरण हो सके। मेरे 20 वर्षों के पत्रकारिता अनुभव में, ऐसे infrastructure links ने शहरों में यातायात को सुगम बनाकर विकास को गति दी है।

इस project की आवश्यकता इसलिए है क्योंकि बिना कनेक्शन के मैसूरु रोड पर भीड़ बढ़ सकती है, जो आने वाले वर्षों में बड़ी समस्या बनेगी। करंदलाजे ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप मांगा था, और अब यह बैठक उसका फॉलो-अप है। उनके लोकसभा क्षेत्र बेंगलुरु उत्तर में MAR और NH-275 का हिस्सा आता है। इससे traffic management बेहतर होगा और स्थानीय निवासियों को राहत मिलेगी।

NHAI और BDA के बीच समन्वय की अपील

मंत्री करंदलाजे ने NHAI अधिकारियों से BDA के साथ मिलकर joint inspection करने को कहा है, ताकि दोनों सड़कों को जोड़ने के विकल्प तलाशे जा सकें। NPKL ओपन फोरम की मांग पर यह बैठक हुई, जहां फोरम के सदस्यों ने समस्या उठाई। BDA MAR project को लागू कर रहा है, जो लगभग पूरा होने वाला है। मेरे अनुभव से, ऐसे coordination efforts सरकारी एजेंसियों के बीच तालमेल बढ़ाकर परियोजनाओं को सफल बनाते हैं।

इस अपील का मुख्य कारण है कि चल्लघट्टा मेट्रो स्टेशन के पास elevated highway शुरू होता है, लेकिन कोई अप-रैंप नहीं है, जिससे लोग बिदाड़ी तक जाना पड़ता है। इससे MAR-मैसूरु रोड जंक्शन पर जाम की आशंका है। मंत्री ने NHAI को तुरंत विकल्पों की जांच करने को कहा। इससे seamless connectivity सुनिश्चित होगी और यात्रा आसान बनेगी।

संभावित चुनौतियां और यातायात प्रभाव

बिना लिंक के Bengaluru-Mysuru Highway पर यातायात की समस्या बढ़ सकती है, खासकर पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम बेंगलुरु के उपनगरों से आने वाले लोगों के लिए। MAR खुलने के बाद जंक्शन पर गंभीर भीड़ हो सकती है, क्योंकि BDA ने इसे सिग्नल-फ्री नहीं बनाया है। NPKL लेआउट के माध्यम से गुजरने वाला MAR महत्वपूर्ण है। मेरे लंबे करियर में, ऐसी traffic challenges ने कई शहरों में विकास को प्रभावित किया है, लेकिन समय पर समाधान से बचाव संभव है।

मंत्री ने NHAI को इस issue पर ध्यान देने को कहा, ताकि मैसूरु-बेंगलुरु हाईवे का पूरा उद्देश्य साकार हो। NPKL ओपन फोरम के प्रतिनिधियों ने बताया कि लेआउट 4040 एकड़ में फैला है और 9000 एकड़ और विस्तार की योजना है। इससे आबादी बढ़ेगी और congestion risks ज्यादा होंगे। समन्वय से इन समस्याओं का हल निकलेगा।

बेंगलुरु-मैसूरु हाईवे लिंक Map

प्रस्तावित PRR-II एकीकरण और विकास प्रभाव

मंत्री करंदलाजे ने proposed PRR-II (Peripheral Ring Road-II) को भी मैसूरु हाईवे से जोड़ने की सलाह दी है, ताकि समग्र कनेक्टिविटी बेहतर हो। इससे बेंगलुरु के बाहरी इलाकों में सुविधा बढ़ेगी। NHAI के क्षेत्रीय निदेशक वीपी ब्रह्मंकर और अन्य अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया। मेरे अनुभव से, ऐसे integration plans शहरों को स्मार्ट बनाने में मदद करते हैं और लंबे समय तक लाभ देते हैं।

इस एकीकरण से NPKL और आसपास के क्षेत्रों में population growth को संभाला जा सकेगा, जो विकास की गति तेज करेगा। फोरम सदस्यों ने चिंता जताई कि बिना लिंक के हाईवे का फायदा अधूरा रहेगा। मंत्री की अपील से sustainable urban planning को बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और निवासियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।

सरकारी हस्तक्षेप और भविष्य की दिशा

केंद्रीय मंत्री के रूप में करंदलाजे ने government intervention पर जोर दिया, जो NHAI और BDA के बीच तालमेल बढ़ाएगा। बैठक में NPKL फोरम के पदाधिकारियों की मौजूदगी से स्थानीय आवाज सुनी गई। यह कदम केंद्रीय मंत्री गडकरी को लिखे पत्र का नतीजा है। मेरे पत्रकारिता जीवन में, ऐसी policy pushes ने कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को गति दी है।

भविष्य में, ऐसे समन्वय से बेंगलुरु जैसे शहरों में infrastructure upgrades तेज होंगे, जो राष्ट्रीय स्तर पर विकास में योगदान देंगे। मंत्री ने तत्काल कार्रवाई की मांग की ताकि MAR खुलने से पहले लिंक तैयार हो। इससे long-term benefits जैसे कम जाम और बेहतर यात्रा सुनिश्चित होंगे। कुल मिलाकर, यह अपील शहर के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

Bengaluru-Mysuru Highway और MAR के बीच समन्वय से कर्नाटक में यातायात व्यवस्था मजबूत होगी, जो स्थानीय विकास को नई दिशा देगी। MoS करंदलाजे की अपील coordination और inspection पर फोकस करती है, जो भीड़ और असुविधा को रोकेगी। पाठकों को सोचना चाहिए कि ऐसे बदलाव कैसे उनके दैनिक सफर को आसान बनाते हैं और कैसे वे स्थानीय फोरम में हिस्सा लेकर योगदान दे सकते हैं। क्या यह पहल बेंगलुरु को और स्मार्ट शहर बनाएगी?

अंततः, सरकारी vision और एजेंसियों की मेहनत से ही सफलता मिलेगी। Sustainable growth को ध्यान में रखकर, हमें सुनिश्चित करना होगा कि विकास सभी तक पहुंचे। यह समय है चिंतन का कि हाईवे लिंक कैसे शहरों की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाते हैं।

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